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प्रथम सत्र Sample Question Paper-2 Class 10 हिंदी कोर्स - B [2021-22]

प्रथम सत्र (First Term) [2021-22]

Sample Question Paper – 2

हिंदी कोर्स – B

(कोड 085)

CBSE - 10th

अंक – 40

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सामान्य निर्देश:

1)  इस प्रश्न पत्र में तीन खंड हैं खंड ‘क’, ‘ख’ और ग’

2)  खंड ‘क’ में कुल 2 प्रश्न पूछे गए हैं। दोनों प्रश्नों के कुल 20 उपप्रश्न दिए गए हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 10 उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।

3)  खंड ‘ख’ में 4 प्रश्न हैं तथा इन सभी के 21 उपप्रश्न हैं। इनमें से निर्देशानुसार 16 उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।

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(खंड – ‘क’) अपठित गद्यांश

प्रश्न 1. नीचे दो गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए|  ( 1x5=5)

यदि आप इस गद्यांश का चयन कर रहे हैं तो कृपया उत्तर पुस्तिका में लिखिए कि आप प्रश्न संख्या -1 में दिए गए गद्यांश -1 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं|

पशु को बाँधकर रखना पड़ता है, क्योंकि वह निरंकुश है। चाहे जहाँ तहाँ चला जाता है, इधर-उधर मुँह मार देता है। क्या मनुष्य को भी इसी प्रकार दूसरों का बंधन स्वीकार करना चाहिए? क्या इससे उसमें मनुष्यत्व रह पाएगा। पशु के गले की रस्सी को एक हाथ में पकड़ कर और दूसरे हाथ में एक लकड़ी लेकर, जहाँ चाहो हाँककर ले जाओ। जिन लोगों को इस प्रकार हाँके जाने का स्वभाव पड़ गया है, जिन्हें कोई भी जिधर चाहे ले जा सकता है, काम में लगा सकता है, उन्हें भी पशु ही कहा जाएगा। पशु को चाहे कितना मारो, चाहे कितना उसका अपमान करो, बाद में खाने को दे दी, वह पूँछ और कान हिलाने लगेगा। ऐसे नर पशु भी बहुत से मिलेंगे जो कुचले जाने और अपमानित होने पर भी जुरा-सी वस्तु मिलने पर झट संतुष्ट और प्रसन्न हो जाते हैं। कुत्ते को कितना ही ताड़ना देने के बाद उसके सामने एक टुकड़ा डाल दो, वह झट से मारपीट को भूल कर उसे खाने लगेगा। यदि हम भी ऐसे ही हैं तो हम कौन हैं, इसे स्पष्ट कहने की आवश्यकता नहीं। पशुओं में भी कई पशु मार-पीट और अपमान को नहीं सहते। वे कई दिन तक निराहार रहते हैं, कई पशुओं ने तो प्राण त्याग दिए, ऐसा सुना जाता है। पर इस प्रकार के पशु मनुष्य कोटि के हैं, उनमें मनुष्यत्व का समावेश है, यदि ऐसा कहा जाए तो कोई अत्युक्ति न होगी।

 

निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए|

1) कई पशुओं ने प्राण त्याग दिए, क्योंकि ..

(A) उन्हें विद्रोह करने की अपेक्षा प्राण त्यागना उचित लगा।

(B) उन्हें तिरस्कृत हो जीवन जीना उचित नहीं लगा।

(C) वह यह शिक्षा देना चाहते थे कि प्यार मार-पीट से अधिक कारगर है।

(D) वह यह दिखाना चाहते थे कि लोगों को उनकी आवश्यकता अधिक है न कि उन्हें लोगों की।

2) बंधन स्वीकार करने से मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ेंगे ?

(A) मनुष्य सामाजिक और व्यक्तिगत रूप से कम स्वतंत्र हो जाएगा।

(B) मनुष्यत्व में व्यक्तिगत इच्छा व निर्णय का तत्व समाप्त हो जाएगा।

(C) मनुष्य बंधे हुए पशु समान हो जाएगा।

(D) मनुष्य की निरकुंशता में परिवर्तन हो जाएगा।

3. मनुष्यत्व को परिभाषित करने हेतु कौन-सा मूल्य अधिक महत्वपूर्ण है?

(A) स्वतंत्रता       (B) न्याय       (C) शांति         (D) प्रेम

4. गद्यांश के अनुसार कौन-सी उद्घोषणा की जा सकती है?

(A) सभी पशुओं में मनुष्यत्व है।                 (B) सभी मनुष्यों में पशुत्व है।

(C) मानव के लिए बंधन आवश्यक नहीं है।         (D) मान-अपमान की भावना केवल मानव ही समझता है।

5) गद्यांश में नर और पशु की तुलना किन बातों को लेकर की गई है ?

(A) पिटने को क्षमता                    (B) पूँछ कान आदि को हिलाना।

(C) बंधन स्वीकार करना।                (D) लकड़ी द्वारा हाँके जाना।

अथवा

यदि आप इस गद्यांश का चयन कर रहे हैं तो कृपया उत्तर पुस्तिका में लिखिए कि आप प्रश्न संख्या -1 में दिए गए गद्यांश -2 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं|                                        

नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए.                                                                    

व्यक्ति चित्त सब समय आदर्शों द्वारा चालित नहीं होता। जितने बड़े पैमाने पर मनुष्य की उन्नति के विधान बनाए गए, उतनी ही मात्रा में लोभ, मोह जैसे विकार भी विस्तृत होते गए, लक्ष्य की बात भूल गए, आदर्शों को मजाक का विषय बनाया गया और संयम को दकियानूसी मान लिया गया। परिणाम जो होना था, वह हो रहा है। यह कुछ थोड़े-से लोगों के बढ़ते हुए लोभ का नतीजा है, परंतु इससे भारतवर्ष के पुराने आदर्श और भी अधिक स्पष्ट रूप से महान और उपयोगी दिखाई देने लगे हैं।

भारतवर्ष सदा कानून को धर्म के रूप में देखता आ रहा है। आज एकाएक कानून और धर्म में अंतर कर दिया गया है। धर्म को धोखा नहीं दिया जा सकता, कानून को दिया जा सकता है। यही कारण है कि जो धर्मभीरू हैं, वे भी त्रुटियों से लाभ उठाने में संकोच नहीं करते। इस बात के पर्याप्त प्रमाण खोजे जा सकते हैं कि समाज के ऊपरी वर्ग में चाहे जो भी होता रहा हो, भीतर-बाहर भारतवर्ष अब भी यह अनुभव कर रहा है कि धर्म कानून से बड़ी चीज है। अब भी सेवा, ईमानदारी, सच्चाई और आध्यात्मिकता के मूल्य बने हुए हैं। वे दब अवश्य गए हैं, लेकिन नष्ट नहीं हुए हैं। आज भी वह मनुष्य से प्रेम करता है, महिलाओं का सम्मान करता है, झूठ और चोरी को गलत समझता है, दूसरों को पीड़ा पहुँचाने को पाप समझता है।

निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए

1) मनुष्य ने आदर्शों को मज़ाक का विषय किस कारण बना लिया ?

(A) कानून             (B) लोभ            (C) उन्नति                (D) धर्मभीरुता।

2) धर्म एवं कानून के संदर्भ में भारत के विषय में कौन-सा कथन सबसे अधिक सही है ?

(A) महिलाओं का सम्मान धर्म तो है, पर कानून नहीं है।

(B) धर्म और कानून दोनों को धोखा दिया जा सकता है।

(C) भले लोगों के लिये कानून नहीं चाहिए और बुरे इसकी परवाह नहीं करते हैं।

(D) भारत का निचला वर्ग कदाचित् अभी भी कानून को धर्म के रूप में देखता है।

3) भारतवर्ष में सेवा और सच्चाई के मूल्य ----------------------- खाली स्थान के लिए उपयुक्त विकल्प छाँटिए।

(A) मनुष्य की समाज पर निर्भरता में कमी होने के कारण इनमें ह्रास हुआ है।

(B) जीवन में उन्नति के बड़े पैमाने के कारण कहीं छिप से गए हैं।

(C) न्यायालयों में कानून की सत्याभासी धाराओं में उलझ कर रह गए हैं।

(D) परमार्थ के लिए जीवन की बाजी लगाने वाले यह सिदग करते हैं कि यह व्यक्ति के मन को अभी भी नियंत्रित कर रहे हैं।

4) भारतवर्ष का बड़ा वर्ग बाहर-भीतर कदाचित् क्या अनुभव कर रहा है?

(A) धर्म, कानून से बड़ी चीज़ है।                                              (B) कानून, धर्म से बड़ी चीज़ है।

(C) संयम अशक्त और अकर्मण्य लोगों के लिए है।               (D) आदर्श और उसूलों से यथार्थ जीवन असंभव है।

5) निम्नलिखित में से सर्वाधिक उपयुक्त शीर्षक का चयन कीजिए -

(A) उन्नति के सन्दर्भ में जीवन मूल्यों की प्रासंगिकता

(B) मानव चित्त के आकर्षण निवारण में आदर्शों की भूमिका

(C) समाज कल्याण हेतु धर्म और कानून का सहअस्तित्व

(D) धार्मिक व सार्वभौमिक मूल्यों का एकीकरण

 

प्रश्न 2. नीचे दो गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए|    ( 1x5=5)

यदि आप इस गद्यांश का चयन कर रहे हैं तो कृपया उत्तर पुस्तिका में लिखिए कि आप प्रश्न संख्या -2 में दिए गए गद्यांश -1 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं|

आज का विद्यार्थी भविष्य की सोच में कुछ अधिक लग गया है। भविष्य कैसा होगा, वह भविष्य में क्या बनेगा, इस प्रश्न को सुलझाने में या दिवास्वप्न देखने में वह बहुत समय नष्ट कर देता है। भविष्य के बारे में सोचिए, लेकिन भविष्य को वर्तमान पर हावी मत होने दीजिए क्योंकि वर्तमान ही भविष्य की नींव बन सकता है। अतः नींव को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है कि भान तो भविष्य का भी हो, लेकिन ध्यान वर्तमान पर रहे। आपकी सफलता का मूलमंत्र यही हो सकता है कि आप एक स्वप्न लें, सोचो, कि आपको क्या बनना है और क्या करना है और स्वप्न के अनुसार कार्य करना प्रारम्भ करें। वर्तमान रूपी नींव को मजबूत करें और यदि वर्तमान रूपी नींव सबल बनती गई, तो भविष्य का भवन भी अवश्य बन जायेगा। जितनी मेहनत हो सके, उतनी मेहनत करें और निराशा को जीवन में स्थान न दें। यह सोचते हुए समय खराब न करें कि अब मेरा क्या होगा, सफल भी हो पाऊँगा या नहीं? ऐसा करने में आपका समय नष्ट होगा और जो समय नष्ट करता है, तो समय उसे नष्ट कर देता है। वर्तमान में समय का सदुपयोग भविष्य के निर्माण में सदा सहायक होता है। भविष्य के बारे में अधिक सोच या अधिक चर्चा करने से चिंताएँ घेर लेती हैं। ये चिंताएँ वर्तमान के कर्म में बाधा उत्पन्न करती हैं। ये बाधाएँ हमारे उत्साह को, लगन को धीमा करती हैं और लक्ष्य हमसे दूर होता चला जाता है। निःसन्देह भविष्य के लिए योजनाएँ बनानी चाहिए, किन्तु वर्तमान को विस्तृत नहीं करना चाहिए। भविष्य को नींव बनाने में वर्तमान का परिश्रम भविष्य की योजनाओं से अधिक महत्वपूर्ण है।

 

निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए -

1) आज का विद्यार्थी अपना समय किन बातों में नष्ट कर देता है?

(A) भविष्य की सोच में या दिखावापन देखने में।                (B) फिल्में देखने में

(C) सोशल नेटवर्किंग में                                    (D) सैर-सपाटा करने में।

2) हमारी सफलता का मूलमंत्र क्या हो सकता है?

(A) केवल दिवास्वप्न देखते रहना।          (B) भविष्य की योजनाएँ बनाने में व्यस्त रहना।

(C) स्वप्न देखकर लक्ष्य निर्धारित करना।    (D)वर्तमान को भुला देना।

3) समय का हमारे जीवन में क्या महत्व बताया गया है ?

(A) वर्तमान के निर्माण में सहायक।                (B) भविष्य के निर्माण में सहायक।

(C) भूतकाल के कार्यों में सहायक।                     (D) इनमें से कोई नहीं।

4) हम अंततः लक्ष्य से कैसे दूर होते जाते हैं?

(A) वर्तमान से चिंतित होकर।                          (B) भविष्य के विषय में सोचकर चिंतित होने से

(C) निराशापूर्ण स्थिति के कारण।                     (D) इनमें से कोई नहीं।

5) उपर्युक्त गद्यांश के लिए एक उपयुक्त शीर्षक हैं -

(A) वर्तमान का महत्व                    (B) वर्तमान : भविष्य की नींव।

(C) भविष्य की सोच                      (D) वर्तमान में परिश्रम न करना।

अथवा

यदि आप इस गद्यांश का चयन कर रहे हैं तो कृपया उत्तर पुस्तिका में लिखिए कि आप प्रश्न संख्या -2 में दिए गए गद्यांश -2 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं|

हँसी भीतरी आनंद का बाहरी चिहन है। जीवन की सबसे प्यारी और उत्तम से उत्तम वस्तु एक बार हँस लेना तथा शरीर को अच्छा रखने की अच्छी से अच्छी दवा एक बार खिलखिला उठना है। पुराने लोग कह गए हैं कि हँसो और पेट फुलाओ। हँसी कितने ही कला-कौशलों से भली है जितना ही अधिक आनंद से हँसोगे उतनी ही आयु बढ़ेगी। एक यूनानी विद्वान कहता है कि सदा अपने कर्मों पर खीझने वाला हेरीक्लेस बहुत कम जिया पर प्रसन्न मन डेमाक्रीट्स 109 वर्ष तक जिया| हँसी-खुशी का नाम जीवन है| जो रोते हैं उनका जीवन व्यर्थ है। कवि कहता है—‘ज़िंदगी जिंदादिली का नाम है, मुर्दा दिल क्या खाक जिया करते हैं। मनुष्य के शरीर के वर्णन पर विलायती विद्वान ने पुस्तक लिखी है। उसमें वह कहता है कि उत्तम सुअवसर की हँसी उदास-से-उदास मनुष्य के चित्त को प्रफुल्लित कर देती है। आनंद एक ऐसा प्रबल इंजन है कि उससे शोक और दुख की दीवारों को ढहा सकते हैं। प्राण रक्षा के लिए सदा सब देशों में उत्तम-से-उत्तम उपाय मनुष्य के चित्त की प्रसन्न रखना है। सुयोग्य वैद्य अपने रोगी के कानों में आनंदरूपी मंत्र सुनाता है। एक अंग्रेज डॉक्टर कहता है कि किसी नगर में दवाई लदे हुए बीस गधे ले जाने से एक हँसोड़ आदमी को ले जाना अधिक लाभकारी है |

निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए -

1) हँसी भीतरी आनंद को कैसे प्रकट करती है ?

(A) मन में खुशी एवं प्रसन्नता के भाव से           (B) खिलखिलाकर हँसने से।

(C) चित्त को प्रसन्न रखने से                                           (D) इनमें से कोई नहीं।

2) हँसी को एक शक्तिशाली इंजन के समान क्यों कहा गया है?

(A) शोक व दुख की दीवारों को ढहाने में सक्षम होने के कारण।

(B) प्राण रक्षा के लिए।

(C) आयु कम करने के कारण।

(D) हँसी का कला-कौशलों से युक्त होने के कारण।

3) हेरीक्लेस और डेमाक्रीट्स के उदाहरण से लेखक क्या स्पष्ट करना चाहता है ?

(A) प्रसन्नचित व्यक्ति का लंबे समय तक जीना।

(B) रोते-चीखते रहने वाले व्यक्ति का जल्दी मरना।

(C) जिन्दगी जिन्दादिली का नाम।

(D) उपर्युक्त सभी

4) डेमाक्रीट्स कितने वर्षों तक जीवित रहा?

(A) 109                       (B) 101                   (C) 108                   (D) 190

5) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए -

(A) हँसना एक प्रबल इंजन।               (B) जीवन में हँसी का महत्व

(C) जिन्दादिली।                                   (D) हँसने से आयु बढ़ना।

 

(खंड – ‘ख’) व्यावहारिक व्याकरण

प्रश्न 3. निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए|             (1X4=4)  

1) 'मेरे बचपन का साथी रमेश डॉक्टर है।' रेखांकित में पदबंध है -

(A) संज्ञा पदबंध      (B) सर्वनाम पदबंध      (C) विशेषण पदबंध       (D) क्रिया विशेषण पदबंध

2) बराबर के कमरे में रहने वाला आदमी छत से गिर गया। रेखांकित में पदबंध है -

(A) संज्ञा पदबंध             (B) सर्वनाम पदबंध      (C) विशेषण पदबंध       (D) क्रिया पदबंध

3) अब पवन पुत्र हनुमान का प्रवेश हो गया है। रेखांकित पदबंध है -

(A) संज्ञा पदबंध       (B) सर्वनाम पदबंध      (C) विशेषण पदबंध       (D) किया विशेषण पदबंध

4) दशरथ पुत्र राम ने रावण को मार गिराया। रेखांकित पदबंध है -

(A) संज्ञा पदबंध       (B) सर्वनाम पदबंध      (C) विशेषण पदबंध       (D) क्रिया पदबंध

5) चोट खाए हुए तुम भला क्या खेलोगे ? रेखांकित पदबंध नाम है -

(A) संज्ञा पदबंध       (B) सर्वनाम पदबंध       (C) विशेषण पदबंध      (D) क्रिया विशेषण पदबंध

 

प्रश्न 4. निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए|             (1X4=4) 

1) कई सालों से बड़े-बड़े बिल्डर समंदर को पीछे धकेलकर उसको जमीन को हथिया रहे थे का मिश्र वाक्य बनेगा-

(A) कई सालों से जैसे-जैसे बड़े-बड़े बिल्डर समंदर को पीछे धकेल रहे थे वैसे वैसे उसकी जमीन को हथिया रहे थे।

(B) बड़े-बड़े बिल्डर कई सालों से समंदर को पीछे धकेल रहे थे और उसकी जमीन को हथिया रहे थे।

(C) कई सालों से, समुद्र को पीछे धकेलकर बड़े-बड़े बिल्डर उसकी जमीन को हथिया रहे थे।

(D) समंदर को पीछे धकेलकर, कई सालों से बड़े-बड़े बिल्डर, उसकी जमीन को हथिया रहे थे।

2) निम्नलिखित में से मिश्र वाक्य का चयन कीजिए -

(A) अविनाश बाबू के झंडा फहराते समय उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

(B) अविनाश बाबू को गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह झंडा फहरा रहे थे।

(C) जैसे ही अविनाश बाबू ने झंडा फहराया वैसे ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

(D) अविनाश बाबू ने झंडा फहराया था। इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

3) संयुक्त वाक्य बनाने के लिए कौन-कौन से योजक शब्द प्रयुक्त होते हैं -

(A) और, एवं, तथा, पर, आदि                   (B) अथवा, इसलिए, अतः, फिर भी, लेकिन

(C) तो, नहीं तो, किन्तु, परन्तु                  (D) उपर्युक्त सभी।

4) मैं इतना थक गया था कि चल भी नहीं पा रहा था| का सरल वाक्य बनेगा -

(A) थकावट से मैं चल भी नहीं पा रहा था।

(B) मैं चल भी नहीं पा रहा था, क्योंकि मैं थका हुआ था।

(C) इतना थकने के कारण में चल भी नहीं पा रहा था।

(D) थका हुआ में चल भी नहीं पा रहा था।

5) ‘जैसे ही मैं बीमार होऊँगा तुम्हारे हाथ-पैर फूल जाएँगे।‘ वाक्य की दृष्टि से है -

(A) संयुक्त वाक्य          (B) सरल वाक्य               (C) विधानवाचक वाक्य     (D) मिश्र वाक्य

प्रश्न 5. निम्नलिखित छह भागों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए|             (1X4=4)

1) ‘पीत है जो अम्बर’ का समस्त पद है -

(A) पितांबर             (B) पीतम्बर                (C) पीत अंबर                   (D) पीला अम्बर।

2) ‘तुलसीकृत’ में कौन-सा समास है ?

(A) द्विगु                 (B) कर्मधारय                (C) तत्पुरुष                 (D) द्वन्द्व

3) ‘महापुरुष’ के लिए उचित समास कौन-सा है?

(A) बहुव्रीहि       (B) द्वन्द्व         (C) तत्पुरुष             (D) कर्मधारय

4) ‘देशभक्ति’ समस्त पद में समास है

(A) अव्ययीभाव              (B) तत्पुरुष             (C) द्विगु       (D) कर्मधारय

5) ‘यथाशक्ति’ समस्त पद में समास है -

(A) अव्ययी भाव           (B) द्विगु                 (C) बहुव्रीहि          (D) द्वंद्व

6) ‘त्रिवेणी’ के लिए सही समास विग्रह का चयन कीजिए|

(A) तीन वेणियों का समाहार – बहुव्रिहि समास       (B) तीन वेणियाँ है जिसकी - कर्मधारय समास

(C) तीन और वेणियाँ – द्वन्द्व समास              (D) तीन वेणियों का समाहार – द्विगु समास

 

प्रश्न 6. निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए|             (1X4=4)

1) उस भयानक शक्ल वाले पुलिस अधिकारी के दर्शन से ही अपराधियों के --------------- जाते थे|

(A)  प्राण सूखना       (B) प्राण पखेरू उड़ना       (C) प्राण देना       (D) प्राण बहना

2) यह बात --------------- लो कि बेईमान आदमी कभी फल-फूल नहीं सकता|

(A)  हाथ बाँधना       (B) गिरेबान बाँधना        (C) गिरह बाँधना    (D) गले बाँधना

3) वमीरो को देखकर ततॉंरा ---------- खो बैठा|

(A)  होश न रहना      (B) बेसुध हुआ             (C) भूल बैठा      (D) सुध-बुध खोना

4) बीमारी में मोहन को लोगों के सामने ------------- मजबूर कर दिया।

(A)  हाथ फैलाना      (B) अपना उल्लू सीधा करना   (C) आवाज उठाना   (D) आँखें फेर लेना।

5) माली को देखते ही अमरुद तोड़ते बच्चे बगीचे से ------------ हो गए|

(A)  खिल्ली उड़ाना     (B) नौ दो ग्यारह होना     (C) बगलें झाँकना       (D) भाग जाना

 

(खंड – ‘ग’) पाठ्यपुस्तक

प्रश्न 7. निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प छाँटकर दीजिए|              (1X4=4)

     हरि आप हरो जन री भीर|

      द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर|

भगत कारण रूप नरहरि, धरयो आप सरीर|

बूढ़तो गजराज राख्यो, काटी कुण्जर पीर|

दासी मीरॉं लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर|

1) मीरा कृष्ण से क्या प्रार्थना कर रही हैं?

(A) सेविका के रूप में स्वीकार करने की         (B) उनकी पीड़ा दूर करने की 

(C) प्रेमिका के रूप में स्वीकार करने की         (D) उन्हें अपने पास रखने की

2) श्रीकृष्ण ने किसकी लाज बचाई थी?

(A) राधा की           (B) मीरा की 

(C) प्रह्लाद की         (D) द्रौपदी की

3) श्रीकृष्ण ने नरसिंह रूप किसके लिए धारण किया था?

(A) भक्त प्रह्लाद के लिए            (B) भक्त उद्धव के लिए

(C) भक्त मीरा के लिए              (D) भक्त सूरदास के लिए

4) मीरा किसकी दासी है?

(A) प्रभु राम की           (B) श्रीकृष्ण की

(C) वीर हनुमान की        (D) शिव शंकर की

 

प्रश्न 8. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प छाँटकर दीजिए|                    (1x5=5)

जितना आज हम और तुम खर्च कर रहे हैं, उसके आधे में दादा ने अपनी उम्र का बड़ा भाग इज़्ज़त और नेकनामी के साथ निभाया है और कुटुम्ब का पालन किया है जिसमें सब मिलकर नौ आदमी थे। अपने हेडमास्टर साहब को ही देखो एम. ए. हैं कि नहीं और यहाँ के एम. ए. नहीं, ऑक्सफोर्ड के एक हजार रुपये पाते हैं, लेकिन उनके घर का इंतजाम कौन करता है? उनकी बूढ़ी माँ हेडमास्टर साहब की डिग्री यहाँ बेकार हो गई। पहले खुद घर का इंतजाम करते थे। खर्च पूरा न पड़ता था। कर्जदार रहते थे। जब से उनकी माता जी ने प्रबंध अपने हाथ में ले लिया है, जैसे घर में लक्ष्मी आ गई है। तो भाईजान, यह गरूर दिल से निकाल डालो कि तुम मेरे समीप आ गए हो और अब स्वतंत्र हो। मेरे देखते तुम बेराह न चलने पाओगे।

1) हेडमास्टर साहब ने एम.ए. की शिक्षा कहाँ से प्राप्त की थी?

(A) दिल्ली विश्वविद्यालय से            (B) न्यूयार्क से       (C) ऑक्सफोर्ड से          (D) हिंदू विश्वविद्यालय से

2) हेडमास्टर के घर का प्रबंध किसने अपने हाथों में ले लिया ?

(A) हेडमास्टर स्वयं       (B) लेखक के दादा          (C) लेखक के बड़े भाई           (D) हेडमास्टर की माता जी।

3) हेडमास्टर साहब का वेतन कितना था?

(A) एक हजार रुपए         (B) दो हजार रुपए        (C) चार हज़ार रुपए           (D) सौ रुपए।

4) लेखक के दादा के परिवार में कुल कितने सदस्य थे?

(A) दो        (B) चार          (C) नौ     (D) आठ

5) ‘तुम मेरे समीप आ गए हो’ से बड़े भाई साहब का क्या तात्पर्य है?

(A) उम्र में बराबर हो गए हो।                         (B) कक्षा में एक दरज़ा नीचे हो।

(C)  कक्षा से तुम मेरे नजदीक या गए हो      (D) इनमें कोई नहीं।

प्रश्न 9. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प छाँटकर दीजिए|                    (1x5=5)

उसका व्यक्तित्व तो आकर्षक था ही, साथ ही आत्मीय स्वभाव की वजह से लोग उसके करीब रहना चाहते। पारंपरिक पोशाक के साथ वह अपनी कमर में सदैव एक लकड़ी की तलवार बाँधे रहता। लोगों का मत था, बावजूद लकड़ी की होने पर, उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी। तताँरा अपनी तलवार को कभी अलग न होने देता। उसका दूसरों के सामने उपयोग भी न करता। किंतु उसके चर्चित साहसिक कारनामों के कारण लोग-बाग तलवार में अद्भुत शक्ति का होना मानते थे। तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी। एक शाम तताँरा दिन भर के अथक परिश्रम के बाद समुद्र किनारे टहलने निकल पड़ा। सूरज समुद्र से लगे क्षितिज तले डूबने को था। समुद्र से ठंडी बयारें आ रही थीं। पक्षियों की सायंकालीन चहचहाटें शनैः शनैः क्षीण होने को थीं। उसका मन शान्त था। विचार मग्न तताँरा समुद्री बालू पर बैठकर सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरणों को समुद्र पर निहारने लगा। तभी कहीं पास से उसे मधुर गीत गूँजता सुनाई दिया। गीत मानो बहता हुआ उसकी तरफ आ रहा हो।

1) तताँरा कैसी पोशाक पहनता था ?

(A) आधुनिक                              (B) पारंपरिक                  (C)  साधारण                               (D) ये सभी

2) समुद्र किनारे तताँरा को क्या सुनाई दिया ?

(A) पक्षियों की चहचहाहट          (B) लहरों का शोर          (C) हवाओं की सरसराहट           (D) मधुर गौत

3) तताँरा किसे अपने से कभी अलग नहीं करता था?

(A) पारंपरिक पोशाक को         (B) संगीत को                  (C) तलवार को              (D) द्वीप को

4) तताँरा की तलवार किसकी बनी हुई थी ?

(A) चाँदी की                             (B) लकड़ी की                 (C) लोहे की                                 (D) सोने की।

5) समुद्र से क्या आ रही थीं ?

(A) ठंडी हवाएँ                           (B) ठंडी बालू                    (C) ठंडो लहरें                              (D) रंग-बिरंगी किरणें ।

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प्रथम सत्र (First Term) [2021-22]

Sample Question Paper – 1  

हिंदी कोर्स – B

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