MCQ & AOS For Class 9 हिंदी कविता ‘अग्निपथ’
‘अग्निपथ’
कवि–हरिवंशराय बच्चन (1907–2003)
कक्षा 9 स्पर्श भाग-1 पद्य पाठ-'अग्निपथ’ [भावार्थ, MCQ तथा एक वाक्य में उत्तर वाले प्रश्न (AOS–Answer in One Sentence)]
यहाँ हम CBSE हिंदी कक्षा 9 स्पर्श भाग-1 पद्य पाठ - ‘अग्निपथ’ इस पद्य पाठ का भावार्थ, MCQ तथा एक वाक्य में उत्तर वाले प्रश्न (AOS) आदि प्रश्नों के बारे में जानेंगे ..
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| AOS | 2021-2022 | AOS – Answer in One Sentence
प्रश्न 1. निम्नलिखित सवालों के जवाब दीजिए|
1) ‘अग्नि पथ’ कविता के कवि कौन हैं?
क) हरिवंशराय बच्चन
क) रामधारी सिंह दिनकर
ग) अरुण कमल
2) ‘अग्निपथ’ यह शब्द किस अर्थ से
कविता में लिया गया है?
क) कठिनाइयों से भरा हुआ मार्ग
ख) अग्नि युक्त रास्ता
ग) जला हुआ रास्ता
3) प्रथम चरण में कवि क्या नहीं माँगने के लिए कह रहे है?
क) वृक्ष
ख) पेड़
ग) एक-पत्र छाँह
4) ‘वृक्ष’ यह शब्द कविता में किस अर्थ से आया है?
क) अमीर लोग
ख) बड़े पेड़
ग) घने पेड़
5) कवि ‘थकने’ के बारे में क्या कह
रहे है?
क) तुम्हें थकने के बाद रुकना है
ख) तुम्हें कभी भी थकना नहीं है
ग) तुम्हें हमेशा थका हुआ होना है
6) दूसरे चरण में कवि पाठक से कौन-सी शपथ ले रहे है?
क) जीवन में कभी भी पीछे न मुड़ने की
ख) जीवन में पीछे मुड़कर देखने की
ग) मुड़-मुड़कर देखने की
7) कवि ने किस दृश्य को महान कहा है?
क) पर्वतीय दृश्य को
ख) नैनीताल के तालाबों के दृश्य को
ग) मेहनत करते हुए मनुष्य को
8) मेहनत करने वाला मनुष्य किससे लथपथ है?
क) असुओं से
ख) पसीने से
ग) खून से
घ) ऊपर के सभी
9) कवि ने इस कविता में शब्दों की पुनरावृत्ति क्यों की है?
क) शब्दों की पुनरावृत्ति करके कवि अपनी बात एक-बार मनुष्य को समझना चाहते है
ख) शब्दों की पुनरावृत्ति करके कवि अपनी बात बार-बार मनुष्य को समझना चाहते है
ग) शब्दों की पुनरावृत्ति करके कवि अपनी बात बार-बार पत्थरों को समझना चाहते
है
10) इस कविता से कवि हमें क्या संदेश देते है?
क) अपने जीवन की कठिनाइयों का मुकाबला खुद करो
ख) किसी से मदद की आशा मत कर
ग) अपने लक्ष्य की तरफ चलते रहो
घ) निरंतर मेहनत करते रहो
ङ) ऊपर के सभी संदेश इसी कविता से मिलते है
उत्तर : 1) क 2) क 3) ग 4)
क 5) ख
6) क 7) ग 8) घ 9) ख 10) ङ
Agnipath MCQ
प्रश्न 2. निम्नलिखित सवालों के एक वाक्य में उत्तर लिखिए|
1) ‘अग्निपथ’ इस कविता के कवि कौन हैं?
उत्तर :- “अग्निपथ’ इस कविता के कवि हरिवंशराय बच्चन जी हैं|
2) कवि हमें एक पत्र छाँव भी (थोड़ी-सी भी मदद) किसी-से न माँगने के लिए क्यों
कह रहे हैं?
उत्तर :- अगर हम एक बार किसी-से मदद लेते हैं तो हमें वही आदत लग जाती हैं और
हम अपनी शक्ति का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं इसलिए कवि हमें किसी-से भी मदद न
माँगने के लिए कहते हैं|
3) कवि ने इस कविता में शब्दों की पुनरावृत्ति क्यों की हैं?
उत्तर :- कवि को पता हैं कि मनुष्य को एक बार बताने से वह नहीं मानेगा, बताई
गई बात मनुष्य की स्मृति में रहे इसलिए कवि ने शब्दों की पुनरावृत्ति की है|
4) कवि ने इस कविता में ‘अग्निपथ’ शब्द की पुनरावृत्ति क्यों की हैं?
उत्तर :- जीवन के संघर्षमय रास्ते को अपनाने पर बल देने के लिए कवि ने
‘अग्निपथ’ शब्द की पुनरावृत्ति की हैं|
5) कवि मनुष्य को इस कविता द्वारा किसकी शपथ दिलाते हैं?
उत्तर :- जीवन के संघर्षमय रास्ते पर कभी-भी न थकने की, कभी-भी न रुकने की तथा
कभी-भी पीछे न मुड़ने की कसम दिलाते हैं|
6) इस कविता में कवि को ऐसा क्यों लगता है कि मनुष्य कभी न थके, न रुके और न
मुड़े?
उत्तर :- कवि चाहते हैं कि मनुष्य अपने जीवन में आने वाले संकटों का मुकाबला
करते हुए निरंतर अपने लक्ष्य की तरफ बिना थके, बिना रुके और बिना मुड़े आगे बढ़ता
रहे|
7) कवि ने किस दृश्य को महान कहा है?
उत्तर :- लक्ष्य प्राप्ति हेतु निरंतर मेहनत करते हुए अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ते
हुए मनुष्य के दृश्य को कवि ने महान कहा है|
8) वृक्षों की छाया देखकर भी मनुष्य के मन में कौन-सी भावना उदित नहीं होनी
चाहिए?
उत्तर :- वृक्षों की छाया देखकर तनिक आराम करने की भावना मनुष्य के मन में आती
है परंतु कवि चाहते हैं संघर्षशील मनुष्य के मन में आराम करने की भावना कभी उदित
नहीं होनी चाहिए|
9) ‘अग्निपथ’ शब्द से कवि का क्या अभिप्राय है?
उत्तर :- ‘अग्निपथ’ अर्थात अपने जीवन का वह रास्ता जिसपर हम संकटों का,
समस्याओं का, कठिनाइयों का मुकाबला करते हुए लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ते रहते हैं|
10) ‘अग्निपथ’ पर चलने से क्या होगा?
उत्तर :- ‘अग्निपथ’ पर चलने से हम अपने इच्छित लक्ष्य तक समय रहते पहुँच सकते
हैं|
11) ‘अग्निपथ’ कविता द्वारा कवि हमें क्या संदेश देते हैं?
उत्तर :- ‘अग्निपथ’ इस कविता द्वारा कवि कहना चाहते हैं कि, हमारे जीवन में क्षण-क्षण चुनौतियाँ, दुख, कठिनाइयाँ, समस्याएं आती रहती हैं| मनुष्य को इन चुनौती, दुख, कठिनाई तथा समस्या से घबराना नहीं है, बल्कि इनका मुकाबला करते हुए, संघर्ष करते हुए मनुष्य अपने लक्ष्य की तरफ चलता रहें, बढ़ता रहें|
👉 'अग्निपथ' कविता का भावार्थ (Summary)
Agnipath |
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