'दीवानों की हस्ती' |
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Apani bhasha| Divanon ki hasti| NCERT Hindi vasant
bhag 3| class 8 ‘दीवानों की हस्ती’ | Apani bhasha| Divanon ki hasti|
NCERT Hindi vasant bhag 3| class 8 ‘दीवानों की हस्ती’ |
Apani bhasha| Divanon ki hasti| NCERT Hindi vasant bhag 3| class 8 ‘दीवानों की हस्ती’ |
By Apani Bhasha
1) MCQ
2) अतिरिक्त प्रश्न
3) प्रश्न अभ्यास
कवि परिचय
कवि – भगवतीचरण वर्मा
MCQ
प्रश्न 1. निम्नलिखित सवालों के उचित विकल्प चुनकर जवाब दीजिए|
1) इस कविता के कवि कौन हैं?
क) भगवतीचरण वर्मा
ख) कामतानाथ
ग) रामदरश मिश्र
2) दीवाने क्या साथ लेकर चलते हैं?
क) पहनने के कपड़े
ख) मस्ती का आलम
ग) खाने के पदार्थ
3) दीवाने क्या बनकर आते हैं?
क) दर्द
ख) अफ़साने
ग) उल्लास
4) दीवाने क्या बनकर चले गए?
क) आँसू
ख) अफ़साने
ग) उल्लास
5) दीवानों का जीवन कैसा होता हैं?
क) दुखमय
ख) सुखमय
ग) मस्तमौला
6) दीवाने इस दुनिया में क्यों आते हैं?
क) दुनिया में खुशियाँ बाँटने
ख) दुनिया में दुख बाँटने
ग) दुनियाँ में खाना बाँटने
7) दीवाने भिखमंगों की दुनिया में क्या लूटकर चले गए?
क) नफरत
ख) प्यार
ग) स्वच्छंद
8) दीवाने ह्रदय में कौन-सी निशानी लेकर चलते हैं?
क) असफलता की
ख) सफलता की
ग) कामयाबी की
9) रुकने वालों के लिए दीवाने क्या कामना करते हैं?
क) दुख में रहने की
ख) चलते रहने की
ग) आबाद रहने की
10) दीवानों का बंधन किसने तोड़ा?
क) उन्होंने स्वयं
ख) दुनिया वालों ने
ग) घरवालों ने
उत्तर | ||||
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1-क | 2-ख | 3-ग | 4-क | 5-ग |
6-क | 7-ख | 8-क | 9-ग | 10-क |
1) ‘दीवानों की हस्ती’ इस कविता के कवि कौन है?
उत्तर - ‘दीवानों की हस्ती’ इस कविता के कवि भगवतीचरण वर्मा है|
2) दीवानों के साथ क्या चलता है?
उत्तर – दीवानों के साथ मस्ती का आलम चलता है|
3)
दीवाने क्या बनकर आते हैं?
उत्तर – दीवाने उल्लास बनकर आते हैं|
4)
दीवाने क्या बनकर चले जाते हैं?
उत्तर – दीवाने आँसू बनकर चले जाते हैं|
5)
दीवानों के जीवन का क्या उसूल हैं?
उत्तर – दीवाने जग को कुछ देकर और जग से कुछ लेकर जाते हैं|
6)
दीवाने सुख-दुख की तरफ किस भाव से देखते है?
उत्तर – दीवाने सुख-दुख की तरफ समान भाव से देखते है|
7)
दीवानों ने इस दुनिया को भिखमंगों की दुनिया क्यों कहा है?
उत्तर – क्योंकि इस दुनिया में रहने वाले लोग सिर्फ लेने का काम करते है अपनी तरफ से किसी को कुछ नहीं देते इसलिए दीवानों ने इस दुनिया को भिखमंगों की दुनिया कहा है|
8)
दीवाने अपने ह्रदय में किस भार को लेकर चले जाते है?
उत्तर – दीवाने अपने ह्रदय में असफलता का भार लेकर चले जाते है?
9)
अंत में दीवाने कौन-सा आशीष देकर चले जाते है?
उत्तर – अंत में दीवाने यह आशीष देते है कि यहाँ कोई अपना नहीं और पराया भी नहीं, जिसे रुकना है वे आबाद रहे|
10)
दीवानों के बंधन किसने तोड़े?
उत्तर – दीवानों के बंधन उन्होंने खुद तोड़े|
प्रश्न अभ्यास
कविता से
1) कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को ‘आँसू बनकर बह जाना’ क्यों कहा है?
उत्तर - कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ इसलिए कहा क्योंकि कवि स्वच्छंद जीवन जीता है उसे सुख दुख की कोई परवाह नहीं है| हमेशा अपना जीवन मस्ती में बिताता है| वह खुद आनंद में रहता है और दुनिया वालों को भी खुशियाँ देता है इसके कारण वह जब भी आता है तो लोगों को खुशी होती है उनका जीवन उल्लसित होता है परंतु कवि के जाने पर लोगों को दुख होता है जिससे लोगों की आँखों में आँसू आ जाते है इसलिए कवि ने अपने जाने को ‘आँसू बनकर जाना’ कहा है|
2) भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटाने वाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है?
क्या वह निराश है या प्रसन्न है?
उत्तर – इस कविता में कवि ने इस दुनिया को भिखमंगों की दुनिया कहा है क्योंकि यहाँ पर कवि ने लोगों को बहुत प्यार दिया पर बदले में लोगों ने कवि को वह प्यार नहीं दिया| इसलिए कवि इस दुनिया को जो सिर्फ लेना जानती है उसे भिखमंगों की दुनिया कहा है| इस दुनिया के लोगों को प्यार देकर बदले में कवि जिस प्यार की आशा करता था वह उसे नहीं मिला| लोगों के इसी स्वार्थी भाव के कारण कवि को ऐसा लगता है कि वे प्यार देने में असफल हो गए| इस कारण कवि निराश है और इस असफलता को अपने ह्रदय पर भार की तरह लेकर जा रहे है|
3) कविता में ऐसी कौन-सी बात है जो आपको सबसे अच्छी लगी?
उत्तर – यह संपूर्ण कविता जीवन जीने का तरीका सिखाती है| कवि अपने सुख-दुख भूलकर दुनिया को खुशियाँ बाँटने का काम करता है तथा लोगों को दूसरों से स्नेहभाव से रहने की सलाह देता है| वह सुख-दुख को समान भाव से स्वीकार करता है| सुख -दुख को समान भाव से स्वीकार करने वाला व्यक्ति ही जीवन में सबसे सुखी रह सकता है|
कविता से आगे
1) जीवन में मस्ती होनी चाहिए, लेकिन कब मस्ती हानिकारक हो सकती है? सहपाठियों के बीच चर्चा कीजिए|
उत्तर – (इस प्रश्न के उत्तर में छात्रों को कक्षा में अपने दोस्तों के साथ चर्चा करनी है|)
जीवन में मस्ती का होना अत्यंत जरूरी है| इससे जीवन में खुशियाँ आती है| खुशियों के बिना जीवन नीरस है परंतु मस्ती अपने हद में है तो अच्छी बात, हद से बाहर हो गई तो दुनिया के लिए खतरा साबित हो सकती है| मैं हमेशा देश और समाज में सकारात्मक परिवर्तन करने वाली मस्ती के पक्ष में हूँ|
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