> ‘चिट्ठियों की अनूठी दुनिया’- NCERT Solution For Class 8 Hindi Chapter 5 ~ Smart Bhasha

‘चिट्ठियों की अनूठी दुनिया’- NCERT Solution For Class 8 Hindi Chapter 5

'चिट्ठियों की अनूठी दुनिया'  

 

यहाँ हम हिंदी कक्षा 8 वसंत भाग – 3, गद्य पाठ क्रमांक 5 - ‘चिट्ठियों की अनूठी दुनिया’ इस गद्य पाठ के MCQ प्रश्न, अतिरिक्त प्रश्न और NCERT पुस्तक के अनुसार अभ्यास प्रश्नों के उत्तर इन सभी के बारे में जानेंगे ....

Apani bhasha| Lesson chitthiyon ki anuthi duniya| NCERT Hindi class 8 चिट्ठियों की अनूठी दुनिया|vasant bhag 3| Apani bhasha| Lesson chitthiyon ki anuthi duniya| NCERT Hindi class 8 चिट्ठियों की अनूठी दुनिया|vasant bhag 3| Apani bhasha| Lesson chitthiyon ki anuthi duniya| NCERT Hindi class 8 चिट्ठियों की अनूठी दुनिया|vasant bhag 3|

 

By Apani Bhasha

1) MCQ

2) अतिरिक्त प्रश्न

3) प्रश्न अभ्यास

 

लेखक परिचय

लेखक  अरविंदकुमार सिंह

 

MCQ

प्रश्न 1. निम्नलिखित सवालों के उचित विकल्प चुनकर जवाब दीजिए|                                                                               

1) ‘चिट्ठियों की अनूठी दुनिया’ इस पाठ के लेखक कौन हैं?

क) अरविंद कुमार सिंह 

ख) हरिशंकर परसाई

ग) कामतानाथ

2) पत्रों की दुनिया कैसी हैं?

क) अच्छी हैं

ख) अजीबो-गरीब हैं 

ग) पुरानी हैं

3) पत्र जैसा संतोष कौन नहीं दे सकता?

क) दूरदर्शन

ख) कंप्यूटर

ग) फोन या एसएमएस का संदेश 

4) यादों को सहेजकर रखने का साधन कौन-सा हैं?

क) पत्र 

ख) फोन

ग) मोबाइल

5) भारत देश में रोज़ कितनी चिट्ठियाँ डाक में डाली जाती हैं?

क) साढ़े तीन करोड़

ख) साढ़े चार करोड़ 

ग) साढ़े पाँच करोड़

6) स्कूली पाठ्यक्रमों में पत्र लेखन का विषय क्यों शामिल किया गया है?

क) छात्रों को पत्र की आवश्यकता होती हैं

ख) छात्रों को हर दिन पत्र लिखने पड़ते हैं

ग) पत्र संस्कृति विकसित करने के लिए  

7) 16 वर्ष से काम आयु वर्ग के बच्चों के लिए पत्र लेखन का सिलसिला कब से शुरू किया गया?

क) 1972 

ख) 1982 

ग) 1992

8) पुराने जमाने में लोगों के लिए संचार का इकलौता साधन क्या था?

क) मोबाइल

ख) पत्र 

ग) एसएमएस

9) गांधीजी के पास दुनिया भर से तमाम पत्र केवल किस नाम से आते थे?

क) मोहनदास करमचंद गांधी, गुजरात, भारत

ख) महात्मा गांधी, गुजरात, इंडिया

ग) महात्मा गांधी – इंडिया 

10) पत्र क्या काम करता हैं?

क) लोगों को जोड़ने का 

ख) लोगों को अलग करने का

ग) लोगों को दूर करने का 

उत्तर  
1-क  2-ख  3-ग  4-क  5-ख 
6-ग   7-क  8-ख    9-ग    10-क  

प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए|

1) ‘चिट्ठियों की अनूठी दुनिया’ इस पाठ के लेखक कौन है?

उत्तर - ‘चिट्ठियों की अनूठी दुनिया’ इस पाठ के लेखक अरविंद कुमार सिंह है|

2) किस क्षेत्र में पत्रों ने अनूठी भूमिका निभाई है?

उत्तर – मानव सभ्यता के विकास में पत्रों ने अनूठी भूमिका निभाई है|

3) पत्र को अलग-अलग भाषाओं में क्या-क्या कहते हैं?

उत्तर – पत्र को संस्कृत में ‘पत्र’ उर्दू में ‘खत’ कन्नड में ‘कागद’ तेलगु में ‘उत्तरम्’, ‘जाबू’ और ‘लेख’ तथा तमिल में ‘कडिद’ कहते हैं|

4) भारत में रोज कितनी चिट्ठियाँ डाक में डाली जाती हैं?

उत्तर – भारत में रोज साढ़े चार करोड़ चिट्ठियाँ डाक में डाली जाती हैं|

5) संस्कृति विकसित करने के लिए क्या किया गया?

उत्तर – संस्कृति विकसित करने के लिए स्कूली पाठ्यक्रमों में पत्र लेखन का विषय शामिल किया गया|

6) पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किस संघ की ओर से हुआ?

उत्तर - पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन विश्व डाक संघ की ओर से हुआ|

7) पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन विश्व डाक संघ की ओर से कब हुआ?

उत्तर - पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन विश्व डाक संघ की ओर से सन 1972 में हुआ|

8) महात्मा गांधी के पास दुनिया भर से तमाम पत्र किस नाम से आते थे?

उत्तर – महात्मा गांधी के पास दुनिया भर से तमाम पत्र केवल महात्मा गांधी-इंडिया के नाम से आते थे|

9) पत्र लेखन परंपरा का असली विकास कब हुआ?

उत्तर – पत्र लेखन परंपरा का असली विकास आजादी के बाद हुआ|

10) गाँवों तथा गरीब बस्तियों में चिट्ठी या मनीऑर्डर लेकर पहुँचनेवाला डाकिया किसके रूप में देखा जाता है?

उत्तर - गाँवों तथा गरीब बस्तियों में चिट्ठी या मनीऑर्डर लेकर पहुँचनेवाला डाकिया देवदूत के रूप में देखा जाता है|

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न

प्रश्न अभ्यास

पाठ से

1) पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता?

उत्तर – फोन या एसएमएस का संदेश लोग देखकर बहुत जल्दी भूल जाते है बल्कि पत्र सहेजकर रखने के कारण वे चिरकाल स्मृति में रहते है| काफी समय बीत जाने पर सहेजकर रखा हुआ  पुराना कोई पत्र मिल जाता है तो उस समय की सारी स्मृतियाँ जाग्रत हो जाती है और अपने चेहरे पर खुशी झलक उठती है| जो खुशी फोन या एसएमएस के डिजिटल संदेश में नहीं मिल सकती|

2) पत्र को खत, कागद, उत्तरम्‌, जाबू, लेख, कडिद, पाती, चिट्ठी इत्यादि कहा जाता है। इन शब्दों से संबंधित भाषाओं के नाम बताइए।

उत्तर – पत्र को अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नामों से संबोधित किया जाता है -

i) खत ---- उर्दू

ii) कागद ----- कन्नड

iii) उत्तरम्, जाबू, लेख  ---- तेलगु

iv) कडिद ---- तमिल

v) पाती, चिट्ठी ---- हिंदी

3) पत्र लेखन की कला के विकास के लिए क्या - क्या प्रयास हुए? लिखिए|

उत्तर – पत्र लेखन की कला विकसित करने के लिए स्कूली पाठ्यक्रमों में पत्र लेखन का विषय शामिल किया गया है| भारत के अलावा भी कई देशों में इस प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं| विश्व डाक संघ की और से सन 1972 में 16 वर्ष से कम आयुवर्ग के बच्चों के लिए पत्र लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित करने का सिलसिला भी शुरू किया गया है| इस प्रकार पत्र लेखन की कला विकसित करने के लिए ढेर सारे प्रयास किए जा रहे हैं|

4) पत्र धरोहर हो सकते हैं लेकिन एसएमएस क्यों नहीं? तर्क सहित अपना विचार लिखिए|

उत्तर - पत्र धरोहर हो सकते हैं क्योंकि पत्र लिखित रूप में होने के कारण उन्हें आसानी से सहेजकर रखा जा सकता है| दुनिया के तमाम पत्र संग्रहालयों में जानी-मानी हस्तियों के पत्रों का संकलन मिलता है| सामान्य लोग भी अपने प्रियजनों से मिलने वाले अथवा बड़े नेताओं से मिलने वाले पत्रों को किसी प्रशस्ति पत्र की तरह फ्रेम बनाकर घर में सजाकर रखते है| एसएमएस के संदेशों को लोग जल्दी ही भूल जाते है और एसएमएस संदेश फोन में होने के कारण उन्हें स्वतंत्र रूप से सहेजकर नहीं रखा जा सकता|

5) क्या चिट्ठियों की जगह कभी फैक्स, ई-मेल, टेलीफोन तथा मोबाइल ले सकते हैं?

उत्तर - वास्तव में चिट्ठियाँ किसी दस्तावेज से कम नहीं होती| उसके साथ-साथ चिट्ठियों में भावनाएँ पिरोई जाती है| स्नेह, संवेदना तथा आत्मीयता का दर्शन चिट्ठियों में देखा जा सकता हैं| फैक्स, ई-मेल, टेलीफोन तथा मोबाइल यह इलेक्ट्रॉनिक साधन हैं इनका इस्तेमाल सिर्फ काम काज हेतु होता है|



 

पाठ से आगे 

1) किसी के लिए बिना टिकट सादे लिफ़ाफ़े पर सही पता लिखकर पत्र बैरंग भेजने पर कौन-सी कठिनाई  सकती हैपता कीजिए।

उत्तर – पत्र जिसे भेजा गया है उसके सही पते पर तो पत्र जाएगा परंतु पत्र पर टिकट ना होने के करना पत्र पाने वाले को टिकट ना लगाने का जुर्माना भरना पड़ेगा| तब जाकर उसे पत्र दिया जाएगा| जुर्माना ना देने पर पत्र वापस चला जाएगा|

2) पिन कोड भी संख्याओं में लिखा गया एक पता हैकैसे?

उत्तर – पिन कोड भी एक संख्याओं में लिखा गया पता ही होता है| पिन अर्थात अंग्रेजी (PIN) का विस्तारित रूप ‘पोस्टल इंडेक्स नंबर’ होता है| यह 6 अंकों का होता है| हर एक अंक का अपना अलग अर्थ होता है| जैसे – पहला अंक राज्य से संबंधित है, दूसरा-तीसरा अंक उपक्षेत्र से संबधित तथा 4,5,6 अंक डाक घर के होते हैं| कुल मिला के इसका एक खास स्थानीय अर्थ होता है| इसमें किसी खास आदमी का नाम तथा घर का पता नहीं होता है| पिन कोड के अंकों में केवल शहर का संकेत होता है इसलिए किसी खास व्यक्ति तक पत्र पहुँचाने के लिए पिन के साथ-साथ व्यक्ति का नाम लिखना भी जरूरी होता है|

3) ऐसा क्यों होता था कि महात्मा गांधी को दुनिया भर से पत्र 'महात्मा गांधी-इंडियापता लिखकर आते थे?

उत्तर - महात्मा गांधी को दुनिया भर से पत्र 'महात्मा गांधी-इंडिया' इस प्रकार के पते पर आते थे| इसका कारण यह है कि महात्मा गांधी अपने समय के देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ही सर्वाधिक लोकप्रिय इंसान थे| वे भारत में रहते थे| इसलिए दुनिया भर के लोग उन्हें केवल 'महात्मा गांधी-इंडिया' नाम से पत्र भेजते थे| गांधी जी देश में कहाँ रह रहे है ये सब को पता रहता था तो पत्र आसानी से उनके पास पहुँच जाता था|


Share on:
Previous
Next Post »

लोकप्रिय पोस्ट